कर्म और पुनर्जन्म की मान्यता: बौद्ध, जैन और सिख परंपरा में अंतर

कर्म और पुनर्जन्म की मान्यता: बौद्ध, जैन और सिख परंपरा में अंतर

1. परिचय: कर्म और पुनर्जन्म की संकल्पना का भारतीय संदर्भभारतीय समाज में कर्म (कर्मा) और पुनर्जन्म (पुनर्जन्म) की मान्यता बहुत गहरी है। यह विचारधारा न केवल धार्मिक जीवन का हिस्सा…
जीवन के चार पुरुषार्थ, कर्म और वापसी का संबन्ध

जीवन के चार पुरुषार्थ, कर्म और वापसी का संबन्ध

1. पुरुषार्थ की अवधारणा और सांस्कृतिक प्रासंगिकताभारतीय जीवन दर्शन में पुरुषार्थ का महत्वभारतीय संस्कृति में पुरुषार्थ शब्द का अर्थ है – मानव जीवन के वे चार मुख्य उद्देश्य, जिनके द्वारा…
कर्म और पुनर्जन्म के ऐतिहासिक सिद्धांत: वेदों से आधुनिकता तक

कर्म और पुनर्जन्म के ऐतिहासिक सिद्धांत: वेदों से आधुनिकता तक

1. कर्म और पुनर्जन्म की अवधारणा: परिभाषा और सांस्कृतिक पृष्ठभूमिकर्म क्या है?भारतीय संस्कृति में कर्म शब्द का अर्थ कार्य, क्रिया या एक्शन से है। वेदों और उपनिषदों में कर्म को…