संख्या, न्याय और वैशेषिक दर्शनों में कर्म की व्याख्या

संख्या, न्याय और वैशेषिक दर्शनों में कर्म की व्याख्या

संख्या दर्शन में कर्म की संकल्पनासंख्या दर्शन का परिचयसंख्या दर्शन, जिसे भारतीय दर्शनों में से एक माना जाता है, प्राचीन भारत की छह प्रमुख दार्शनिक व्यवस्थाओं में शामिल है। संख्या…
कर्म और पुनर्जन्म: वेदों और उपनिषदों की दृष्टि

कर्म और पुनर्जन्म: वेदों और उपनिषदों की दृष्टि

1. कर्म का वेदों में महत्ववेदों में कर्म की भूमिकाभारतीय संस्कृति में वेद सबसे प्राचीन और महत्वपूर्ण ग्रंथ माने जाते हैं। वेदों के अनुसार, "कर्म" यानी कि हमारे द्वारा किए…
भारतीय दर्शन में कर्म के सिद्धांत: ऐतिहासिक विकास

भारतीय दर्शन में कर्म के सिद्धांत: ऐतिहासिक विकास

1. कर्म का वैदिक मूलवैदिक साहित्य में कर्म की अवधारणाभारतीय दर्शन में ‘कर्म’ का सिद्धांत बहुत प्राचीन और गहरा है। वेदों, खासकर ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद और अथर्ववेद में कर्म का…
नाखूनों के रंग से स्वास्थ्य और भाग्य का पूर्वानुमान

नाखूनों के रंग से स्वास्थ्य और भाग्य का पूर्वानुमान

1. नाखूनों के रंग का महत्व भारतीय संस्कृति मेंभारतीय संस्कृति में नाखूनों के रंग और उनकी बनावट को केवल सजावट या सुंदरता से नहीं जोड़ा जाता, बल्कि इन्हें स्वास्थ्य और…
अंगुलियों की लंबाई और जीवन के विभिन्न पहलुओं का संबंध

अंगुलियों की लंबाई और जीवन के विभिन्न पहलुओं का संबंध

अंगुलियों की लंबाई और भारतीय ज्योतिष में उसका महत्वभारतीय ज्योतिष और हस्तरेखा शास्त्र में अंगुलियों की भूमिकाभारतीय संस्कृति में हाथों की बनावट और अंगुलियों की लंबाई का विशेष स्थान है।…
अंगुलियों और नाखूनों के आकार से व्यक्तित्व का विश्लेषण

अंगुलियों और नाखूनों के आकार से व्यक्तित्व का विश्लेषण

1. भारतीय सामुदायिक परंपरा में हस्तरेखा और नख शास्त्र का महत्वभारतीय संस्कृति में हस्तरेखा (Palmistry) और नख शास्त्र (Nail Science) को प्राचीन काल से ही विशेष स्थान प्राप्त है। हमारे…
शनि पर्वत (Mount of Saturn): विशेषताएँ, महत्व और प्रभाव

शनि पर्वत (Mount of Saturn): विशेषताएँ, महत्व और प्रभाव

1. शनि पर्वत का परिचयहस्तरेखा शास्त्र में शनि पर्वत (Mount of Saturn) हथेली का एक अत्यंत महत्वपूर्ण भाग माना जाता है। यह पर्वत हमारे हाथ की मध्यमा उंगली (Middle Finger)…
माउंट्स ऑफ पाम: उनके प्रकार और हस्तरेखा शास्त्र में भूमिका

माउंट्स ऑफ पाम: उनके प्रकार और हस्तरेखा शास्त्र में भूमिका

1. माउंट्स ऑफ पाम क्या हैं?भारतीय हस्तरेखा शास्त्र में, हथेली पर स्थित उभरे हुए हिस्सों को माउंट्स या पर्वत कहा जाता है। ये माउंट्स हर व्यक्ति की हथेली पर अलग-अलग…
हस्तरेखा शास्त्र में माउंट्स और ग्रह क्षेत्र का इतिहास और उनका महत्व

हस्तरेखा शास्त्र में माउंट्स और ग्रह क्षेत्र का इतिहास और उनका महत्व

1. हस्तरेखा शास्त्र का संक्षिप्त इतिहासहस्तरेखा शास्त्र, जिसे अंग्रेज़ी में Palmistry या Chiromancy कहा जाता है, भारत की एक प्राचीन विद्या है। इसका उल्लेख वेदों, पुराणों और अनेक ग्रंथों में…
मंजिलें और शाखाओं के साथ विवाह रेखा की व्याख्या

मंजिलें और शाखाओं के साथ विवाह रेखा की व्याख्या

1. विवाह रेखा का परिचय और सांस्कृतिक महत्वभारतीय हस्तरेखा विज्ञान में विवाह रेखा (Marriage Line) को जीवन की महत्त्वपूर्ण रेखाओं में से एक माना जाता है। यह रेखा सामान्यतः हाथ…