ग्रहण, चंद्र-ग्रहण, सूर्य-ग्रहण और नक्षत्रों की भूमिका

ग्रहण, चंद्र-ग्रहण, सूर्य-ग्रहण और नक्षत्रों की भूमिका

1. ग्रहण का सांस्कृतिक और धार्मिक महत्वभारत की सांस्कृतिक विरासत में ग्रहण, विशेष रूप से चंद्र-ग्रहण और सूर्य-ग्रहण, अत्यंत महत्वपूर्ण माने जाते हैं। ये केवल खगोलीय घटनाएँ नहीं, बल्कि गहरे…
संतान सुख और ग्रहों की दृष्टि के संकेत

संतान सुख और ग्रहों की दृष्टि के संकेत

1. परिचय: संतान सुख का महत्त्व भारतीय जीवन मेंभारतीय समाज में संतान सुख को अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। यह न केवल व्यक्तिगत जीवन की पूर्णता का प्रतीक माना जाता…
आर्थिक परेशानियों में राहत दिलाने वाले ग्रह मंत्र जाप के उपयोगी उपाय

आर्थिक परेशानियों में राहत दिलाने वाले ग्रह मंत्र जाप के उपयोगी उपाय

1. आर्थिक परेशानियों के कारण और उनके ज्योतिषीय संकेतसमझिए कि आर्थिक बाधाओं के मूल कारण क्या हैं और भारतीय ज्योतिष में किन ग्रहों को इन समस्याओं से जुड़ा माना जाता…
युवाओं में ऑनलाइन ज्योतिष सेवाओं का बढ़ता प्रभाव

युवाओं में ऑनलाइन ज्योतिष सेवाओं का बढ़ता प्रभाव

1. परिचय: भारत में ज्योतिष की परंपरा और डिजिटल युगभारत में ज्योतिष विद्या का इतिहास हजारों वर्षों पुराना है। यह न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक जीवन का हिस्सा रहा है,…
जन्मकुंडली का निर्माण और उसका वैज्ञानिक पक्ष

जन्मकुंडली का निर्माण और उसका वैज्ञानिक पक्ष

1. जन्मकुंडली क्या है और इसका सांस्कृतिक महत्वभारतीय संस्कृति में जन्मकुंडली की परंपराभारत में, जन्मकुंडली या कुंडली एक महत्वपूर्ण ज्योतिषीय दस्तावेज मानी जाती है, जिसे व्यक्ति के जन्म के समय…
कर्म, संस्कार और राहु-केतु की दृष्टि

कर्म, संस्कार और राहु-केतु की दृष्टि

1. कर्म का भारतीय दर्शनभारत में कर्म केवल एक शब्द नहीं, बल्कि जीवन जीने की एक गहन और व्यावहारिक विचारधारा है। "कर्म, संस्कार और राहु-केतु की दृष्टि" के संदर्भ में,…
पूजा स्थल के निर्माण में प्रयुक्त शुभ और अशुभ सामग्री

पूजा स्थल के निर्माण में प्रयुक्त शुभ और अशुभ सामग्री

भूमि का चयनपूजा स्थल के निर्माण के लिए भूमि का चयन भारतीय परंपरा में अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया है। सही भूमि का चुनाव न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से बल्कि आध्यात्मिक…
राशि और नक्षत्रों के अनुसार मोक्ष प्राप्ति की संभावनाएँ

राशि और नक्षत्रों के अनुसार मोक्ष प्राप्ति की संभावनाएँ

1. राशि और नक्षत्र की भूमिका समझनाभारतीय ज्योतिष में मोक्ष, अर्थात् आत्मा की परम मुक्ति, जीवन का सर्वोच्च लक्ष्य माना गया है। इस संदर्भ में बारह राशियाँ (राशि चक्र) और…
नवांश में शुभ और अशुभ योगों की पहचान और उनका प्रभाव

नवांश में शुभ और अशुभ योगों की पहचान और उनका प्रभाव

1. नवांश क्या है और ज्योतिष में इसका महत्वइस सेक्शन में नवांश कुंडली की व्याख्या की जाएगी, भारत के पारंपरिक ज्योतिष शास्त्र में इसकी भूमिका और विशेष उपयोगिता पर चर्चा…
कर्म और पुनर्जन्म की मान्यता: बौद्ध, जैन और सिख परंपरा में अंतर

कर्म और पुनर्जन्म की मान्यता: बौद्ध, जैन और सिख परंपरा में अंतर

1. परिचय: कर्म और पुनर्जन्म की संकल्पना का भारतीय संदर्भभारतीय समाज में कर्म (कर्मा) और पुनर्जन्म (पुनर्जन्म) की मान्यता बहुत गहरी है। यह विचारधारा न केवल धार्मिक जीवन का हिस्सा…