चंद्र ग्रह, मन और संबंध: परिवार में मानसिक आनंद

चंद्र ग्रह, मन और संबंध: परिवार में मानसिक आनंद

1. चंद्र ग्रह का भारतीय संस्कृति में महत्वभारतीय संस्कृति में चंद्र ग्रह का स्थान अत्यंत विशिष्ट और रहस्यमयी है। ज्योतिष शास्त्र में चंद्र को मन, भावना और मानसिक संतुलन का…
ज्योतिष में नवग्रह, रिश्ते और दांपत्य जीवन

ज्योतिष में नवग्रह, रिश्ते और दांपत्य जीवन

1. नवग्रह का ज्योतिष में महत्वभारतीय ज्योतिष में नवग्रहों का विशेष स्थान है। नवग्रह – सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, गुरु (बृहस्पति), शुक्र, शनि, राहु और केतु – न केवल एक…
कर्म और ग्रहों के उपाय: पौराणिक अनुष्ठान, रत्न और मंत्रजाप

कर्म और ग्रहों के उपाय: पौराणिक अनुष्ठान, रत्न और मंत्रजाप

1. कर्म और ग्रहों का परिचयभारतीय संस्कृति और हिंदू ज्योतिष में कर्म (कृत्य) और ग्रह (नौ ग्रह) का विशेष स्थान है। कर्म, अर्थात् हमारे कार्य, विचार और व्यवहार, हमारे जीवन…
रंग और दिशाओं से जुड़े वास्तु दोष व उसके ज्योतिषीय समाधान

रंग और दिशाओं से जुड़े वास्तु दोष व उसके ज्योतिषीय समाधान

रंगों का वास्तु में महत्वइस भाग में, हम जानेंगे कि घर, ऑफिस आदि स्थानों में रंगों का चयन वास्तु के अनुसार किस प्रकार लाभकारी या हानिकारक हो सकता है। भारतीय…
कृषि, मौसम और राशियों का सम्बन्ध

कृषि, मौसम और राशियों का सम्बन्ध

कृषि का भारतीय सांस्कृतिक संदर्भभारतीय समाज में कृषि न केवल आजीविका का मुख्य साधन रही है, बल्कि इसका ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व भी अत्यंत गहरा है। प्राचीन वेदों और ग्रंथों…
शुक्र ग्रह और भोग-विलास: मिथक और सच्चाई

शुक्र ग्रह और भोग-विलास: मिथक और सच्चाई

1. शुक्र ग्रह का ज्योतिष में महत्वभारतीय ज्योतिष और पुराणों की दृष्टि से शुक्र ग्रह का स्थान अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह ग्रह न केवल प्रेम, सौंदर्य, कला और भोग-विलास का…
दूसरी रेखाओं के साथ जीवन रेखा का संबंध: भाग्य रेखा, मस्तिष्क रेखा और ह्रदय रेखा

दूसरी रेखाओं के साथ जीवन रेखा का संबंध: भाग्य रेखा, मस्तिष्क रेखा और ह्रदय रेखा

भूमिका: हस्तरेखा शास्त्र में जीवन रेखा की भूमिकाभारतीय संस्कृति में हस्तरेखा शास्त्र, जिसे पामिस्ट्री भी कहा जाता है, प्राचीन काल से ही व्यक्ति के भविष्य, स्वभाव और जीवन की दिशा…
सम्पूर्ण भारत में प्रचलित विभिन्न पंचांग पद्धतियाँ

सम्पूर्ण भारत में प्रचलित विभिन्न पंचांग पद्धतियाँ

पंचांग का सांस्कृतिक महत्व एवं ऐतिहासिक पृष्ठभूमिभारत में पंचांग केवल समय और तिथियों की गणना करने का एक साधन नहीं है, बल्कि यह भारतीय समाज की सांस्कृतिक आत्मा का महत्वपूर्ण…
नई व्यापारिक शुरूआत के लिए कार्यालय में उचित रंग और दिशा का चयन

नई व्यापारिक शुरूआत के लिए कार्यालय में उचित रंग और दिशा का चयन

वास्तु शास्त्र का महत्वभारतीय संस्कृति में वास्तु शास्त्र नई व्यापारिक शुरूआत के लिए सही रंग और दिशा चुनने का मूल आधार है, जो ऊर्जा और समृद्धि को बढ़ाता है। जब…
बाल्यावस्था में ग्रह दोष और उनके निवारण

बाल्यावस्था में ग्रह दोष और उनके निवारण

1. बाल्यावस्था में ग्रह दोष: एक परिचयभारतीय संस्कृति और ज्योतिष विज्ञान में, बाल्यावस्था—अर्थात् जीवन का प्रारंभिक चरण—को अत्यंत संवेदनशील और महत्वपूर्ण माना गया है। इस अवस्था में बच्चों के जन्म…