1. कुंडली मिलान: भारतीय परंपरा में इसका महत्वभारत में विवाह केवल दो व्यक्तियों का मेल नहीं होता, बल्कि यह दो परिवारों के बीच एक पवित्र बंधन है। इसी वजह से…
1. धन वृद्धि में यंत्रों का महत्वभारतीय संस्कृति में धन को केवल भौतिक सुख-सुविधा नहीं, बल्कि समृद्धि, संतुलन और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है। प्राचीन समय से ही…
1. शनि ग्रह का भारतीय ज्योतिष में महत्वभारतीय ज्योतिष में शनि ग्रह का विशेष स्थान है। शनि को न्याय के देवता और कर्मफल का दाता माना जाता है। शास्त्रों के…
परिचय: सम्राट समुद्रगुप्त से आचार्य चाणक्य तक का ऐतिहासिक संदर्भभारतीय इतिहास में समुद्रगुप्त और चाणक्य दोनों ही अत्यंत प्रभावशाली व्यक्तित्व रहे हैं। इन दोनों महान विभूतियों के युग को समझना…
1. राहु-केतु के अशुभ प्रभाव: भारतीय संस्कृति में उनका महत्त्वभारतीय ज्योतिष शास्त्र में राहु और केतु दो छाया ग्रह माने जाते हैं, जिनका मानव जीवन पर गहरा असर पड़ता है।…
1. जन्म कुंडली क्या है और इसका भारतीय जीवन में महत्वजन्म कुंडली, जिसे हम जन्म पत्रिका या कुंडली भी कहते हैं, एक खगोलीय नक्शा है जो किसी व्यक्ति के जन्म…
1. इनडोर पौधों का प्राचीन भारतीय महत्वभारत की संस्कृति में पौधों का स्थान अत्यंत ऊँचा है। वेदों और शास्त्रों में पौधों को न केवल जीवनदाता माना गया है, बल्कि उन्हें…
1. शनि का संक्षिप्त परिचयशनि देवता, जिन्हें शनि महाराज या शनिदेव भी कहा जाता है, हिन्दू धर्म में एक अत्यंत महत्वपूर्ण ग्रह और देवता के रूप में पूजे जाते हैं।…
1. शनि के जातक: परिचयभारत में ज्योतिष शास्त्र का विशेष महत्व है और ग्रहों की स्थिति जीवन के विभिन्न पहलुओं को प्रभावित करती है। इन ग्रहों में शनि (Saturn) को…
1. राहु-केतु का परिचय और उनकी पौराणिक कथाराहु और केतु ग्रहों की उत्पत्तिहिन्दू ज्योतिष शास्त्र में राहु और केतु दो छाया ग्रह माने जाते हैं। इन्हें भौतिक रूप से ग्रह…