द्रष्टरि कुंडली और गोचर: भारतीय सामुद्रिक और ज्योतिषीय समन्वय
प्रस्तावना: दर्शन और ज्योतिष का भारतीय सन्दर्भभारतीय संस्कृति की गहनता में, द्रष्टरि अर्थात् दृष्टा का स्थान अत्यंत महत्वपूर्ण रहा है। वेदों में कहा गया है—“ऋषयो मन्तरद्रष्टारः”—अर्थात् जो सत्य को देखने…