धार्मिक ग्रंथों में राहु-केतु और जन्म-जन्मान्तर के संकेत

धार्मिक ग्रंथों में राहु-केतु और जन्म-जन्मान्तर के संकेत

1. राहु-केतु का धार्मिक ग्रंथों में उल्लेखभारतीय वेद, पुराण और उपनिषदों में राहु और केतु का महत्वभारतीय संस्कृति में राहु और केतु दो ऐसे ग्रह हैं जिनका उल्लेख प्राचीन धार्मिक…
राहु-केतु का प्रभाव: मोक्ष और पुनर्जन्म का चक्र

राहु-केतु का प्रभाव: मोक्ष और पुनर्जन्म का चक्र

1. राहु-केतु का परिचय और उनकी पौराणिक कथाराहु और केतु ग्रहों की उत्पत्तिहिन्दू ज्योतिष शास्त्र में राहु और केतु दो छाया ग्रह माने जाते हैं। इन्हें भौतिक रूप से ग्रह…
कर्मफल के सिद्धांत में पंचमहाभूतों की भूमिका

कर्मफल के सिद्धांत में पंचमहाभूतों की भूमिका

1. कर्मफल क्या है?भारतीय दर्शन में "कर्मफल" का सिद्धांत एक अत्यंत महत्वपूर्ण विचारधारा है। सरल शब्दों में, कर्मफल का अर्थ है—हमारे किए गए कार्यों (कर्म) का फल (परिणाम)। यह विचार…
भारतीय समाज में राहु-केतु और पुनर्जन्म पर विश्वास

भारतीय समाज में राहु-केतु और पुनर्जन्म पर विश्वास

1. भारतीय ज्योतिष में राहु-केतु का महत्वराहु और केतु: रहस्यमय ग्रहों की कहानीभारतीय ज्योतिष में राहु और केतु को छाया ग्रह कहा जाता है। यह दोनों भौतिक रूप से मौजूद…
जीवन के चार पुरुषार्थ, कर्म और वापसी का संबन्ध

जीवन के चार पुरुषार्थ, कर्म और वापसी का संबन्ध

1. पुरुषार्थ की अवधारणा और सांस्कृतिक प्रासंगिकताभारतीय जीवन दर्शन में पुरुषार्थ का महत्वभारतीय संस्कृति में पुरुषार्थ शब्द का अर्थ है – मानव जीवन के वे चार मुख्य उद्देश्य, जिनके द्वारा…
सम्बंध और पुनर्जन्म: लग्न और सप्तम भाव में संकेत

सम्बंध और पुनर्जन्म: लग्न और सप्तम भाव में संकेत

1. सम्बंध और पुनर्जन्म का वैदिक दृष्टिकोणइस अनुभाग में हम वैदिक ज्योतिष और हिंदू संस्कृति में संबंध और पुनर्जन्म की धारणा को विस्तार से समझाएंगे, और उनका भारतीय पारंपरिक मूल्यों…
आधुनिक मनोविज्ञान और भारतीय कर्म सिद्धांत का समन्वय

आधुनिक मनोविज्ञान और भारतीय कर्म सिद्धांत का समन्वय

1. आधुनिक मनोविज्ञान की प्रमुख अवधारणाएँआधुनिक मनोविज्ञान, जिसे हिंदी में आधुनिक मनोविज्ञान कहा जाता है, हमारे विचार, भावना और व्यवहार को समझने का एक विज्ञान है। भारतीय समाज में, जहाँ…
कर्मों का फल और पारिवारिक जीवन: कुंडली की दृष्टि

कर्मों का फल और पारिवारिक जीवन: कुंडली की दृष्टि

1. कर्म, धर्म और कुण्डली: भारतीय जीवन का आधारभारतीय संस्कृति में कर्म (कार्य) और धर्म (कर्तव्य या जीवन के नियम) का बहुत गहरा महत्व है। हमारे पूर्वजों ने हमेशा यही…
राहु-केतु ग्रहों की उत्पत्ति और पुनर्जन्म की कहानी

राहु-केतु ग्रहों की उत्पत्ति और पुनर्जन्म की कहानी

1. राहु-केतु की पौराणिक कथा का परिचयभारतीय ज्योतिष और संस्कृति में राहु और केतु दो ऐसे ग्रह हैं, जिनकी उत्पत्ति और पुनर्जन्म की कहानी अत्यंत रहस्यमय और रोमांचक है। ये…
भारत की ज्योतिषी परंपरा में राहु-केतु और कर्म का संबंध

भारत की ज्योतिषी परंपरा में राहु-केतु और कर्म का संबंध

राहु और केतु : भारतीय ज्योतिष में उनका महत्वराहु और केतु का खगोलीय स्वरूपभारतीय ज्योतिष शास्त्र में राहु और केतु को छाया ग्रह कहा जाता है। ये दोनों ग्रह वास्तव…