आधुनिक मनोविज्ञान और भारतीय कर्म सिद्धांत का समन्वय

आधुनिक मनोविज्ञान और भारतीय कर्म सिद्धांत का समन्वय

1. आधुनिक मनोविज्ञान की प्रमुख अवधारणाएँआधुनिक मनोविज्ञान, जिसे हिंदी में आधुनिक मनोविज्ञान कहा जाता है, हमारे विचार, भावना और व्यवहार को समझने का एक विज्ञान है। भारतीय समाज में, जहाँ…
संख्या, न्याय और वैशेषिक दर्शनों में कर्म की व्याख्या

संख्या, न्याय और वैशेषिक दर्शनों में कर्म की व्याख्या

संख्या दर्शन में कर्म की संकल्पनासंख्या दर्शन का परिचयसंख्या दर्शन, जिसे भारतीय दर्शनों में से एक माना जाता है, प्राचीन भारत की छह प्रमुख दार्शनिक व्यवस्थाओं में शामिल है। संख्या…
कर्म और पुनर्जन्म: वेदों और उपनिषदों की दृष्टि

कर्म और पुनर्जन्म: वेदों और उपनिषदों की दृष्टि

1. कर्म का वेदों में महत्ववेदों में कर्म की भूमिकाभारतीय संस्कृति में वेद सबसे प्राचीन और महत्वपूर्ण ग्रंथ माने जाते हैं। वेदों के अनुसार, "कर्म" यानी कि हमारे द्वारा किए…
भारतीय दर्शन में कर्म के सिद्धांत: ऐतिहासिक विकास

भारतीय दर्शन में कर्म के सिद्धांत: ऐतिहासिक विकास

1. कर्म का वैदिक मूलवैदिक साहित्य में कर्म की अवधारणाभारतीय दर्शन में ‘कर्म’ का सिद्धांत बहुत प्राचीन और गहरा है। वेदों, खासकर ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद और अथर्ववेद में कर्म का…