कर्म और ग्रहों के उपाय: पौराणिक अनुष्ठान, रत्न और मंत्रजाप

कर्म और ग्रहों के उपाय: पौराणिक अनुष्ठान, रत्न और मंत्रजाप

1. कर्म और ग्रहों का परिचयभारतीय संस्कृति और हिंदू ज्योतिष में कर्म (कृत्य) और ग्रह (नौ ग्रह) का विशेष स्थान है। कर्म, अर्थात् हमारे कार्य, विचार और व्यवहार, हमारे जीवन…
योग और मोक्ष: श्रीमद्भगवद्गीता में कर्म तथा मोक्ष का संबंध

योग और मोक्ष: श्रीमद्भगवद्गीता में कर्म तथा मोक्ष का संबंध

1. परिचय: गीता में योग और मोक्ष की अवधारणाश्रीमद्भगवद्गीता भारतीय आध्यात्मिकता का एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है, जिसमें योग और मोक्ष की अवधारणाएँ केंद्रीय भूमिका निभाती हैं। योग संस्कृत शब्द है,…
कर्म, संस्कार और राहु-केतु की दृष्टि

कर्म, संस्कार और राहु-केतु की दृष्टि

1. कर्म का भारतीय दर्शनभारत में कर्म केवल एक शब्द नहीं, बल्कि जीवन जीने की एक गहन और व्यावहारिक विचारधारा है। "कर्म, संस्कार और राहु-केतु की दृष्टि" के संदर्भ में,…
राशि और नक्षत्रों के अनुसार मोक्ष प्राप्ति की संभावनाएँ

राशि और नक्षत्रों के अनुसार मोक्ष प्राप्ति की संभावनाएँ

1. राशि और नक्षत्र की भूमिका समझनाभारतीय ज्योतिष में मोक्ष, अर्थात् आत्मा की परम मुक्ति, जीवन का सर्वोच्च लक्ष्य माना गया है। इस संदर्भ में बारह राशियाँ (राशि चक्र) और…
कर्म और पुनर्जन्म की मान्यता: बौद्ध, जैन और सिख परंपरा में अंतर

कर्म और पुनर्जन्म की मान्यता: बौद्ध, जैन और सिख परंपरा में अंतर

1. परिचय: कर्म और पुनर्जन्म की संकल्पना का भारतीय संदर्भभारतीय समाज में कर्म (कर्मा) और पुनर्जन्म (पुनर्जन्म) की मान्यता बहुत गहरी है। यह विचारधारा न केवल धार्मिक जीवन का हिस्सा…
राहु-केतु ग्रह शांति के उपाय और पुनर्जन्म से जुड़ी मान्यताएँ

राहु-केतु ग्रह शांति के उपाय और पुनर्जन्म से जुड़ी मान्यताएँ

1. राहु-केतु ग्रह का महत्व भारतीय ज्योतिष मेंभारतीय ज्योतिष शास्त्र में राहु और केतु दो छाया ग्रह माने जाते हैं। ये भौतिक रूप से अस्तित्व में नहीं होते, बल्कि यह…
धार्मिक ग्रंथों में राहु-केतु और जन्म-जन्मान्तर के संकेत

धार्मिक ग्रंथों में राहु-केतु और जन्म-जन्मान्तर के संकेत

1. राहु-केतु का धार्मिक ग्रंथों में उल्लेखभारतीय वेद, पुराण और उपनिषदों में राहु और केतु का महत्वभारतीय संस्कृति में राहु और केतु दो ऐसे ग्रह हैं जिनका उल्लेख प्राचीन धार्मिक…
राहु-केतु का प्रभाव: मोक्ष और पुनर्जन्म का चक्र

राहु-केतु का प्रभाव: मोक्ष और पुनर्जन्म का चक्र

1. राहु-केतु का परिचय और उनकी पौराणिक कथाराहु और केतु ग्रहों की उत्पत्तिहिन्दू ज्योतिष शास्त्र में राहु और केतु दो छाया ग्रह माने जाते हैं। इन्हें भौतिक रूप से ग्रह…
कर्मफल के सिद्धांत में पंचमहाभूतों की भूमिका

कर्मफल के सिद्धांत में पंचमहाभूतों की भूमिका

1. कर्मफल क्या है?भारतीय दर्शन में "कर्मफल" का सिद्धांत एक अत्यंत महत्वपूर्ण विचारधारा है। सरल शब्दों में, कर्मफल का अर्थ है—हमारे किए गए कार्यों (कर्म) का फल (परिणाम)। यह विचार…
भारतीय समाज में राहु-केतु और पुनर्जन्म पर विश्वास

भारतीय समाज में राहु-केतु और पुनर्जन्म पर विश्वास

1. भारतीय ज्योतिष में राहु-केतु का महत्वराहु और केतु: रहस्यमय ग्रहों की कहानीभारतीय ज्योतिष में राहु और केतु को छाया ग्रह कहा जाता है। यह दोनों भौतिक रूप से मौजूद…