भारतीय पंचांग: जन्म तारीख निर्धारण और पंचांग के भेद

भारतीय पंचांग: जन्म तारीख निर्धारण और पंचांग के भेद

1. भारतीय पंचांग का महत्व और ऐतिहासिक पृष्ठभूमिभारतीय पंचांग, जिसे कैलेंडर भी कहा जाता है, भारतीय संस्कृति और धार्मिक परंपराओं में अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान रखता है। प्राचीन काल से ही…
योग व ध्यान: राशि अनुसार उपयुक्त उपाय

योग व ध्यान: राशि अनुसार उपयुक्त उपाय

1. राशि का महत्व और भारतीय ज्योतिष में भूमिकाभारतीय संस्कृति में राशि (जन्म राशि या सूर्य राशि) को जीवन के हर पहलू से जोड़ा जाता है। भारतीय ज्योतिष शास्त्र में,…
शुद्ध जन्म कुंडली: मनुष्य के व्यक्तित्व और स्वभाव पर इसकी प्रभावशीलता

शुद्ध जन्म कुंडली: मनुष्य के व्यक्तित्व और स्वभाव पर इसकी प्रभावशीलता

1. जन्म कुंडली का शुद्धता और महत्वभारतीय संस्कृति में जन्म कुंडली, जिसे हिंदी में कुंडली और संस्कृत में जन्म पत्रिका कहा जाता है, बहुत महत्वपूर्ण स्थान रखती है। ज्योतिष शास्त्र…
जन्म कुंडली बनाने के लिए आवश्यक खगोलीय गणनाएँ

जन्म कुंडली बनाने के लिए आवश्यक खगोलीय गणनाएँ

1. जन्म कुंडली का महत्व भारतीय संस्कृति मेंभारतीय ज्योतिष में जन्म कुंडली (Birth Chart या Horoscope) का विशेष स्थान है। यह न केवल व्यक्ति के जीवन के बारे में जानकारी…
वैदिक ज्योतिष में जन्म कुंडली का महत्व और उसकी उत्पत्ति की प्रक्रिया

वैदिक ज्योतिष में जन्म कुंडली का महत्व और उसकी उत्पत्ति की प्रक्रिया

वैदिक ज्योतिष में जन्म कुंडली का संक्षिप्त परिचयभारतीय संस्कृति में वैदिक ज्योतिष का एक विशेष स्थान है, और इसमें जन्म कुंडली को अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। जन्म कुंडली को…
ज्योतिष शास्त्र का ऐतिहासिक विकास: प्राचीन भारत से आधुनिक युग तक

ज्योतिष शास्त्र का ऐतिहासिक विकास: प्राचीन भारत से आधुनिक युग तक

1. प्राचीन भारत में ज्योतिष शास्त्र की उत्पत्तिवैदिक काल में ज्योतिष शास्त्र का प्रारंभिक विकासभारतीय संस्कृति में ज्योतिष शास्त्र का इतिहास हजारों वर्षों पुराना है। इसका आरंभ वैदिक काल से…
ग्रेगोरियन और हिन्दू पंचांग की तुलना: समय गिनती की परंपरा

ग्रेगोरियन और हिन्दू पंचांग की तुलना: समय गिनती की परंपरा

1. समय का महत्व भारतीय संस्कृति मेंभारतीय जीवन में समय की अवधारणाभारत में समय सिर्फ घड़ी की सुइयों या कैलेंडर के पन्नों तक सीमित नहीं है। यह जीवन का महत्वपूर्ण…
ज्योतिष में पंचांग के पाँच अंगों की विस्तृत व्याख्या

ज्योतिष में पंचांग के पाँच अंगों की विस्तृत व्याख्या

1. पंचांग का सांस्कृतिक महत्त्वभारतीय ज्योतिष में पंचांग का अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है। यह न केवल धार्मिक कार्यों के लिए, बल्कि दैनिक जीवन में भी मार्गदर्शन करता है। पंचांग एक…
पंचांग का ऐतिहासिक विकास और सांस्कृतिक महत्व

पंचांग का ऐतिहासिक विकास और सांस्कृतिक महत्व

पंचांग का परिचय और मूल अवधारणाभारत की प्राचीन संस्कृति में पंचांग का विशेष महत्व है। यह केवल एक कैलेंडर नहीं, बल्कि भारतीय जीवनशैली, पर्व-त्योहारों, धार्मिक अनुष्ठानों और दैनिक गतिविधियों के…
नवग्रह: प्रत्येक ग्रह का विस्तृत परिचय और उसका महत्व

नवग्रह: प्रत्येक ग्रह का विस्तृत परिचय और उसका महत्व

1. नवग्रह का परिचयभारतीय ज्योतिष में नवग्रहों का अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है। ‘नवग्रह’ शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है – ‘नव’ यानी नौ और ‘ग्रह’ अर्थात चलने वाला खगोलीय…