द्वितीय भाव (धन भाव) का गूढ़ अर्थ और भारतीय जीवन में इसकी भूमिका

द्वितीय भाव (धन भाव) का गूढ़ अर्थ और भारतीय जीवन में इसकी भूमिका

1. द्वितीय भाव (धन भाव) का परिचयज्योतिष शास्त्र में द्वितीय भाव क्या है?भारतीय ज्योतिष शास्त्र में बारह भाव होते हैं, जिनमें से द्वितीय भाव को धन भाव कहा जाता है।…
भावों का महत्व: जन्म कुण्डली में प्रथम भाव का संपूर्ण विश्लेषण

भावों का महत्व: जन्म कुण्डली में प्रथम भाव का संपूर्ण विश्लेषण

1. जन्म कुण्डली का महत्व और भावों की भूमिकाभारतीय ज्योतिष शास्त्र में जन्म कुण्डली (Birth Chart) का विशेष स्थान है। यह हर व्यक्ति के जन्म समय, स्थान और तारीख के…
लग्न कुंडली और व्यक्तित्व: आपके जीवन के हर पहलू को कैसे प्रभावित करता है लग्न

लग्न कुंडली और व्यक्तित्व: आपके जीवन के हर पहलू को कैसे प्रभावित करता है लग्न

1. लग्न कुंडली का महत्व भारतीय संस्कृति मेंभारतीय संस्कृति में लग्न कुंडली या जन्म पत्रिका का अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है। यह केवल एक ज्योतिषीय चार्ट नहीं है, बल्कि हमारे जीवन…
भारतीय ज्योतिष में जन्म समय के आधार पर लग्न और चंद्र का महत्व और उनका तुलनात्मक अध्ययन

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1. जन्म समय का महत्व भारतीय ज्योतिष मेंभारतीय ज्योतिष में जन्म समय की भूमिकाभारतीय ज्योतिष, जिसे वैदिक ज्योतिष भी कहा जाता है, में जन्म समय को अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता…
लग्न कुंडली, चंद्र कुंडली और सूर्य कुंडली क्या हैं? उनके महत्व का विस्तृत विश्लेषण

लग्न कुंडली, चंद्र कुंडली और सूर्य कुंडली क्या हैं? उनके महत्व का विस्तृत विश्लेषण

1. लग्न कुंडली का परिचय और महत्त्वभारतीय ज्योतिष शास्त्र में लग्न कुंडली, जिसे जन्म कुंडली या राशिचक्र भी कहा जाता है, सबसे महत्वपूर्ण चार्ट मानी जाती है। यह कुंडली व्यक्ति…