1. शत्रु बाधा का परिचय और सांस्कृतिक पृष्ठभूमिभारत में शत्रु बाधा की धारणा अत्यंत गहरी और ऐतिहासिक है। भारतीय समाज में यह माना जाता है कि जीवन के विभिन्न क्षेत्रों…
1. परिवारिक संरचना में बदलाव की ऐतिहासिक पृष्ठभूमिभारत में परिवार की पारंपरिक संरचनाएँ सदियों से सामाजिक और सांस्कृतिक जीवन का अभिन्न अंग रही हैं। प्राचीन काल से ही संयुक्त परिवार…
1. करियर में रुकावट: भारतीय संदर्भ में महत्त्वभारतीय समाज में करियर या पेशेवर सफलता को अत्यधिक महत्व दिया जाता है। परिवार, सामाजिक प्रतिष्ठा और आत्म-सम्मान के लिए एक अच्छी नौकरी…
1. कुंडली मिलान का महत्व भारतीय संस्कृति मेंभारतीय समाज में विवाह सिर्फ दो व्यक्तियों का नहीं, बल्कि दो परिवारों का भी मिलन माना जाता है। इसी कारण से विवाह से…
1. भूमिका: ज्योतिष और वास्तु शास्त्र में मुख्य द्वार का महत्वभारतीय संस्कृति में मुख्य द्वार को घर का मुख या प्रवेश द्वार कहा जाता है, जो न केवल वास्तु शास्त्र…
मंगल दोष: पारंपरिक अवधारणाएँ और वैदिक महत्वभारतीय ज्योतिष में मंगल दोष, जिसे मंगलीक दोष या कुंडली दोष भी कहा जाता है, एक अत्यंत महत्वपूर्ण विषय रहा है। यह अवधारणा प्राचीन…
1. चंद्र ग्रह का भारतीय संस्कृति में महत्वभारतीय संस्कृति में चंद्र ग्रह का स्थान अत्यंत विशिष्ट और रहस्यमयी है। ज्योतिष शास्त्र में चंद्र को मन, भावना और मानसिक संतुलन का…
1. नवग्रह का ज्योतिष में महत्वभारतीय ज्योतिष में नवग्रहों का विशेष स्थान है। नवग्रह – सूर्य, चंद्र, मंगल, बुध, गुरु (बृहस्पति), शुक्र, शनि, राहु और केतु – न केवल एक…
1. कर्म और ग्रहों का परिचयभारतीय संस्कृति और हिंदू ज्योतिष में कर्म (कृत्य) और ग्रह (नौ ग्रह) का विशेष स्थान है। कर्म, अर्थात् हमारे कार्य, विचार और व्यवहार, हमारे जीवन…
रंगों का वास्तु में महत्वइस भाग में, हम जानेंगे कि घर, ऑफिस आदि स्थानों में रंगों का चयन वास्तु के अनुसार किस प्रकार लाभकारी या हानिकारक हो सकता है। भारतीय…