दशा क्या है? जन्म कुंडली में दशा का सांस्कृतिक और ज्योतिषीय महत्त्व

दशा क्या है? जन्म कुंडली में दशा का सांस्कृतिक और ज्योतिषीय महत्त्व

1. दशा का अर्थ और उसका महत्वभारतीय ज्योतिष शास्त्र में दशा एक अत्यंत महत्वपूर्ण अवधारणा है। दशा शब्द का अर्थ होता है - समय की अवधि या जीवन के विशेष…
कुंडली मिलान के 8 गुण: विस्तार से विश्लेषण

कुंडली मिलान के 8 गुण: विस्तार से विश्लेषण

1. कुंडली मिलान का महत्व और सांस्कृतिक प्रासंगिकताभारत में विवाह केवल दो व्यक्तियों का नहीं, बल्कि दो परिवारों का भी पवित्र बंधन माना जाता है। भारतीय समाज में शादी से…
आधुनिक सोसायटी में कुंडली मिलान के बदलते स्वरूप

आधुनिक सोसायटी में कुंडली मिलान के बदलते स्वरूप

परंपरागत कुंडली मिलान का संक्षिप्त परिचयभारतीय समाज में विवाह को एक पवित्र और सामाजिक रूप से महत्वपूर्ण बंधन माना जाता है। सदियों से, कुंडली मिलान या जन्मपत्री मिलान विवाह के…
कुंडली मिलान क्या है? भारतीय सांस्कृतिक परिप्रेक्ष्य में इसका महत्व

कुंडली मिलान क्या है? भारतीय सांस्कृतिक परिप्रेक्ष्य में इसका महत्व

1. कुंडली मिलान का अर्थभारतीय संस्कृति में विवाह को सिर्फ दो व्यक्तियों का मिलन नहीं, बल्कि दो परिवारों और संस्कृतियों का संगम माना जाता है। ऐसे में कुंडली मिलान (Kundali…
ग्रहों की दृष्टि के प्रकार: शास्त्रीय दृष्टिकोण

ग्रहों की दृष्टि के प्रकार: शास्त्रीय दृष्टिकोण

1. ग्रहों की दृष्टि का परिचय और सांस्कृतिक महत्त्वभारतीय ज्योतिष में ग्रहों की दृष्टि (Drishti) का विशेष स्थान है। "दृष्टि" का अर्थ होता है "देखना" या "नज़र डालना"। जब कोई…
जन्म कुंडली में ग्रहों की युति और दृष्टि का महत्व

जन्म कुंडली में ग्रहों की युति और दृष्टि का महत्व

1. ग्रहों की युति क्या हैभारतीय ज्योतिष शास्त्र में जन्म कुंडली का विश्लेषण करते समय ग्रहों की युति (Conjunction) का विशेष महत्व है। जब दो या दो से अधिक ग्रह…
ग्रहों की दृष्टि: भारतीय ज्योतिष में मूलभूत समझ

ग्रहों की दृष्टि: भारतीय ज्योतिष में मूलभूत समझ

ग्रहों की भूमिका और उनका सांस्कृतिक महत्वभारतीय ज्योतिष में ग्रहों का स्थान अत्यंत महत्वपूर्ण है। भारत की सांस्कृतिक और पारंपरिक धारा में ग्रहों को केवल खगोलीय पिंड नहीं, बल्कि शक्तिशाली…
तृतीय भाव का महत्व: साहस, भाई-बहनों और संचार के संकेत

तृतीय भाव का महत्व: साहस, भाई-बहनों और संचार के संकेत

1. तृतीय भाव का ज्योतिषीय परिचयभारतीय वैदिक ज्योतिष में तृतीय भाव (तीसरा घर) एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इसे साहस का भाव भी कहा जाता है, क्योंकि यह घर हमारे…
द्वितीय भाव (धन भाव) का गूढ़ अर्थ और भारतीय जीवन में इसकी भूमिका

द्वितीय भाव (धन भाव) का गूढ़ अर्थ और भारतीय जीवन में इसकी भूमिका

1. द्वितीय भाव (धन भाव) का परिचयज्योतिष शास्त्र में द्वितीय भाव क्या है?भारतीय ज्योतिष शास्त्र में बारह भाव होते हैं, जिनमें से द्वितीय भाव को धन भाव कहा जाता है।…
भावों का महत्व: जन्म कुण्डली में प्रथम भाव का संपूर्ण विश्लेषण

भावों का महत्व: जन्म कुण्डली में प्रथम भाव का संपूर्ण विश्लेषण

1. जन्म कुण्डली का महत्व और भावों की भूमिकाभारतीय ज्योतिष शास्त्र में जन्म कुण्डली (Birth Chart) का विशेष स्थान है। यह हर व्यक्ति के जन्म समय, स्थान और तारीख के…