सूर्य ग्रह के उपाय: प्राचीन भारतीय परंपराएँ और आज की प्रासंगिकता

सूर्य ग्रह के उपाय: प्राचीन भारतीय परंपराएँ और आज की प्रासंगिकता

सूर्य ग्रह का वेदों में महत्वऋग्वेद और अन्य वेदों में सूर्य का स्थान अत्यंत उच्च और दिव्य माना गया है। सूर्य न केवल प्रकाश और ऊर्जा के स्रोत के रूप…
मोक्ष की अवधारणा: सभी कर्मों से मुक्ति का अंतिम लक्ष्य

मोक्ष की अवधारणा: सभी कर्मों से मुक्ति का अंतिम लक्ष्य

1. मोक्ष का वैदिक अर्थप्राचीन वैदिक शास्त्रों में मोक्ष का स्थानमोक्ष, भारतीय दार्शनिक परंपरा की परम उपलब्धि है, जिसे वेदों और उपनिषदों ने अत्यंत महत्वपूर्ण बताया है। वैदिक शास्त्रों के…
ग्रहों और नक्षत्रों का भारतीय त्यौहार, रीति-रिवाजों और सामाजिक जीवन में महत्व

ग्रहों और नक्षत्रों का भारतीय त्यौहार, रीति-रिवाजों और सामाजिक जीवन में महत्व

भारतीय संस्कृति में ग्रहों और नक्षत्रों की भूमिकाभारतवर्ष की प्राचीन संस्कृति में ग्रहों और नक्षत्रों का अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है। वेदों एवं ज्योतिष शास्त्रों में इनकी महत्ता को आधारशिला के…
कर्म के प्रकार: संचित, प्रारब्ध और क्रियमाण कर्म का विस्तृत विवरण

कर्म के प्रकार: संचित, प्रारब्ध और क्रियमाण कर्म का विस्तृत विवरण

परिचय: कर्म का महत्व भारतीय संस्कृति मेंभारतीय संस्कृति और जीवन दर्शन में कर्म की अवधारणा अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान रखती है। प्राचीन वेदों, उपनिषदों और भगवद्गीता जैसे ग्रंथों में कर्म को…
अंक ज्योतिष द्वारा जन्म नाम का चुनाव: परंपरा और विज्ञान

अंक ज्योतिष द्वारा जन्म नाम का चुनाव: परंपरा और विज्ञान

1. अंक ज्योतिष और जन्म नाम की महत्ताभारतीय संस्कृति में नामकरण केवल एक औपचारिक प्रक्रिया नहीं है, बल्कि यह गहरे भावनात्मक एवं आध्यात्मिक अर्थों से जुड़ा होता है। प्राचीन काल…
पश्चिमी एवं भारतीय वास्तु में रंग-दिशा के सिद्धांतों की तुलना

पश्चिमी एवं भारतीय वास्तु में रंग-दिशा के सिद्धांतों की तुलना

परिचय: रंग और दिशा का सांस्कृतिक महत्वरंग और दिशा न केवल भौतिक संसार में बल्कि सांस्कृतिक और आध्यात्मिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण माने जाते हैं। भारतीय वास्तुशास्त्र तथा पश्चिमी…
दशा, अंतरदशा में ग्रहों की दृष्टि का फलादेश

दशा, अंतरदशा में ग्रहों की दृष्टि का फलादेश

1. दशा और अंतरदशा क्या है?भारतीय ज्योतिष में दशा तथा अंतरदशा जीवन के घटनाक्रम को समझने का एक महत्वपूर्ण आधार है। दशा शब्द का अर्थ है कालखंड या जीवन का…
मंदिर में दीपक और धूपदान की सही दिशा और स्थान

मंदिर में दीपक और धूपदान की सही दिशा और स्थान

1. मंदिर में दीपक और धूपदान की महत्ताहिंदू संस्कृति में मंदिर का स्थान अत्यंत पवित्र और केंद्रीय होता है, जहाँ धार्मिक अनुष्ठान और पूजा-पाठ संपन्न किए जाते हैं। इन अनुष्ठानों…
जीवन रेखा पर उभरे हुए पर्वतों का अर्थ

जीवन रेखा पर उभरे हुए पर्वतों का अर्थ

1. जीवन रेखा क्या है?भारतीय हस्तरेखा शास्त्र में जीवन रेखा (Life Line) को अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। यह रेखा हमारे हाथ की हथेली पर अंगूठे के पास से शुरू…
हस्तरेखा में माउंट्स के मूल्यांकन के पारंपरिक और आधुनिक दृष्टिकोण

हस्तरेखा में माउंट्स के मूल्यांकन के पारंपरिक और आधुनिक दृष्टिकोण

1. हस्तरेखा में पर्वतों का महत्वभारतीय हस्तरेखा विज्ञान में हथेली पर स्थित पर्वतों को अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। प्रत्येक पर्वत, जैसे कि शुक्र पर्वत, बुध पर्वत, गुरु पर्वत आदि,…