भवन निर्माण में मुख्य वास्तु दोष और उन्हें ठीक करने के उपाय

भवन निर्माण में मुख्य वास्तु दोष और उन्हें ठीक करने के उपाय

वास्तु दोष का परिचयभारत में भवन निर्माण के समय वास्तु शास्त्र का विशेष महत्व है। वास्तु शास्त्र एक प्राचीन भारतीय विज्ञान है, जो भवनों के निर्माण, दिशा, स्थान और ऊर्जा…
घर-परिवार में क्लेश दूर करने के लिए प्रभावी उपाय

घर-परिवार में क्लेश दूर करने के लिए प्रभावी उपाय

1. क्लेश के कारणों की पहचान करनाघर-परिवार में क्लेश क्यों होते हैं?भारतीय समाज में परिवार को बहुत महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। लेकिन कई बार घर में आपसी विवाद, मतभेद या…
पृथ्वी और जल रेखाएं: व्यक्तित्व तथा जीवन दिशा

पृथ्वी और जल रेखाएं: व्यक्तित्व तथा जीवन दिशा

1. भूमि रेखा का अर्थ और सांस्कृतिक महत्वभारतीय हस्तरेखा शास्त्र में भूमि रेखा क्या है?भारतीय हस्तरेखा शास्त्र में भूमि रेखा, जिसे पृथ्वी रेखा भी कहा जाता है, हथेली पर मुख्य…
वैदिक साहित्य में राहु और केतु का महत्व और ऐतिहासिक उत्पत्ति

वैदिक साहित्य में राहु और केतु का महत्व और ऐतिहासिक उत्पत्ति

1. वैदिक साहित्य में राहु और केतु की पौराणिक कथाएँराहु और केतु का वैदिक उत्पत्ति प्रसंगवैदिक साहित्य में राहु और केतु को छाया ग्रह कहा जाता है, जिनका उल्लेख विशेष…
बाल हस्तरेखा: बच्चों के भविष्य की पूर्वसूचना

बाल हस्तरेखा: बच्चों के भविष्य की पूर्वसूचना

1. बाल हस्तरेखा का परिचयभारतीय संस्कृति में हस्तरेखा विज्ञान का स्थानभारत में हस्तरेखा विज्ञान (Palmistry) एक प्राचीन विद्या है, जिसे समुद्र शास्त्र के नाम से भी जाना जाता है। यह…
सूर्य दोष: पहचान, कारण और ज्योतिषीय समाधान

सूर्य दोष: पहचान, कारण और ज्योतिषीय समाधान

1. सूर्य दोष क्या है?भारतीय ज्योतिष में सूर्य दोष एक महत्वपूर्ण अवधारणा है, जो व्यक्ति की जन्म कुंडली में सूर्य ग्रह की स्थिति और उसके प्रभाव से जुड़ी होती है।…
ऑनलाइन ज्योतिषीय शिक्षा: वेबिनार, कोर्स और प्रमाणन कार्यक्रम

ऑनलाइन ज्योतिषीय शिक्षा: वेबिनार, कोर्स और प्रमाणन कार्यक्रम

1. ऑनलाइन ज्योतिषीय शिक्षा का महत्वभारतीय संस्कृति में ज्योतिष विज्ञान का एक विशेष स्थान है। सदियों से, हमारे समाज में जीवन के विभिन्न पहलुओं—जन्म, विवाह, शिक्षा, करियर, स्वास्थ्य और यहाँ…
पंचांग के आधार पर राशिफल निर्माण की विद्या

पंचांग के आधार पर राशिफल निर्माण की विद्या

1. पंचांग का महत्व भारतीय संस्कृति मेंभारतीय संस्कृति में पंचांग का स्थान अत्यंत महत्वपूर्ण है। पंचांग न केवल एक ज्योतिषीय कैलेंडर है, बल्कि यह हमारे धार्मिक, सांस्कृतिक और दैनिक जीवन…
चतुर्थ भाव: परिवार, मातृत्व और भावनात्मक सुरक्षा का केंद्र

चतुर्थ भाव: परिवार, मातृत्व और भावनात्मक सुरक्षा का केंद्र

1. चतुर्थ भाव का तात्त्विक महत्वभारतीय ज्योतिष शास्त्र में चतुर्थ भाव को बहुत ही विशेष स्थान प्राप्त है। यह भाव हमारे जीवन के मूल आधार—परिवार, मातृत्व और भावनात्मक सुरक्षा—का केंद्र…
कुंडली मिलान: विवाह के लिए जन्म कुंडली समीकरण

कुंडली मिलान: विवाह के लिए जन्म कुंडली समीकरण

1. कुंडली मिलान का महत्व भारतीय विवाह मेंभारतीय समाज में विवाह सिर्फ दो व्यक्तियों का नहीं, बल्कि दो परिवारों का भी मिलन होता है। इस पवित्र बंधन को सफल और…